कीटनाशक गैस या वाष्प, धूल, धुएं या ठोस कणों के रूप में शरीर के भीतर नाक व श्वसन तंत्र के रास्ते आ सकते हैं। ऐसा तब हो सकता है जब भाप बनाने वाले सांद्रित उत्पाद या चूरा उत्पाद प्रयोग में लाये जा रहे हों। कीटनाशक उपचारित बीजों का उपयोग करते समय सावधानी बरतें: कोई दूषित धूल कण श्वसन तंत्र के सम्पर्क में आ सकता है। यह सांस के माध्यम से जोखिम के रूप में जाना जाता है।